कामदेव यंत्र बनाने की विधि

कामदेव यंत्र बनाने की विधि सरल और इसके लाभ

आज के तंत्र और मंत्र के ब्लॉग में हम फिर लेकर आए है कामदेव यंत्र बनाने की विधि और इसके फायदे और नुकसान, हमारे गुरुदेव कहते है यौन के देवता के किसी भी प्रकार के यन्त्र को बनाने में समय और सैयम की जरुरत पड़ती है तभी इसका मनोइक्षा फल की प्राप्ति होती है, तो आइये जानते है इसके बारे में और किन समस्याओ में कारगर साबित होती है ये निचे दिए हुए समस्याए

क्या आपको सेक्स के दौरान कमजोरी महसूस होती है?

क्या आपकी पत्नी आपसे संतुष्ट नहीं है?

क्या आपमें आकर्षण की कमी है?

क्या आप अपनी प्रेमिका को अपने वश में करना चाहते हैं?

क्या आपको इच्छित बच्चों की कमी महसूस हो रही है? तो गुरुदेव कहते है की इस समय्सयो के सलाह व निवारण के लिए आप हमसे मंत्र फॉर लव पर समपर्क कर सकते है। साल 2023 में 2000 लोगो ने आजमाया है गुरुदेव के ये टोटका और सब को मनो इक्षा फल की प्राप्ति हुई है और लोग अपने हर जीवन शुखी पूर्वक जी रहे है।

तो अगर उपर दिए हुए किसी भी समस्या का समाधान चाहते है या उससे समबधित कोई और समस्या है जैसे आपके प्रेमिका के साथ सम्बन्ध नही बन प् रहा है या पत्नी के साथ बात नही बन रही है तो भी आप गुरुदेव को सम्पर्क करके जान सकते है टोटका के बारे में और करवा सकते ढाई ये समाधान। आगे विधि दिया हुआ है पर करने से पहले अनुभवी का सलाह ले इसके भयं नुकसान भी है ।

विधि: यंत्र बनाने की विधि कामदेव यंत्र एक शक्तिशाली और प्रभावी यंत्र है जो कामदेव, प्रेम और रोमांस की देवी-देवताओं की कृपा को आकर्षित करने में मदद करता है। इस यंत्र को बनाने के लिए कुछ सामान्य सामग्री की आवश्यकता होती है। निचे दिए हुए कुछ ही वस्तुए इसके अलावा भी कुछ चीजों की जरुरत पड़ती है जो की क्रिया करने के उद्देश्य के बाद ही चयन होता है।

सामग्री:

  1. एक छोटा सा सिल्वर या कपूर का प्लेट
  2. एक कामदेव मंत्र (जैसे “ऊँ कामदेवाय नमः”)
  3. एक लाल ताम्र पत्र
  4. एक काले सिल्वर या कपूर का पेन
  5. शुद्ध जल या गंगाजल

यंत्र बनाने की विधि:

  1. सबसे पहले, एक लाल ताम्र पत्र पर अपना नाम, जन्म तिथि, और एक चित्र (यदि संभव हो) बनाएं।
  2. उसी पत्र पर, कामदेव मंत्र को 72 बार ध्यान से लिखें। मंत्र को लिखते समय, ध्यान में रखें कि आप इसे प्रेम और रोमांस के भाव से लिख रहे हैं।
  3. एक छोटा सा सिल्वर या कपूर का प्लेट लें और उस पर लाल ताम्र पत्र रखें।
  4. प्लेट को शुद्ध जल या गंगाजल से धोकर सुखा लें। यह उसकी शुद्धता को बनाए रखने में मदद करेगा।
  5. अब काले सिल्वर या कपूर के पेन का उपयोग करके, प्लेट पर कामदेव यंत्र को ध्यानपूर्वक लिखें।
  6. यंत्र के चारों कोनों में एक-एक धूपबत्ती और दीपक जलाएं। यह यंत्र की ऊर्जा को शुद्ध करने में मदद करेगा।
  7. अंत में, यंत्र को एक सुरक्षित स्थान पर रखें और नियमित रूप से पूजा करें।

यह यंत्र आपके प्रेम और रोमांस में स्थिरता और सुख लाने में मदद कर सकता है। ध्यान दें, इसका उपयोग नैतिक और उचित तरीके से करें। और ये कामदेव यंत्र बनाने की विधि गुरु के सलाह के अनुसार ही करें।

नुकसान: इस कामदेव यंत्र बनाने की विधि दिए हुए है अगर इसके नुक्सान को नजर में न रख के किया गया तो कामदेव जी नाराज हो जायेंगे और इससे हमेशा के लिए यौन समस्या का सामना करना पड़ सकता है जो की ला इलाज होगा

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